अजब गजब: 10 बार जब दुनिया को सिम्पसन्स सीरीज ने अपनी भविष्यवाणी से लोगों के उड़ाए होश, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर हुए थे चौंकाने वाले खुलासे
- एनीमेट सीरीज सिम्पसन्स में भविष्य की 10 घटनाओं का जिक्र
- वर्तमान में सच होता देख लोगों के उड़े होश
- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और आईफोन पर भी हो चुकी भविष्यवाणी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। क्या रचयिता कर सकता था टाइम ट्रेवल? क्या लेखक को पहले से पता था कि भविष्य में आखिर क्या होने वाला है? आज बात करेंगे एक कार्टून शो के बारे में जिसमें भविष्य में होने वाली घटनाओं के कुछ दृश्य को दर्शाया गया है। इस एनिमेटेड सीरीज का नाम ‘द सिम्पसंस’ है। इस कॉर्टून बेस्ड सीरीज के कई सीन्स में कुछ ऐसी घटनाओं को दिखाया गया है जो वास्तव में भी देखने को मिली हैं। आपको बता दें साल 1987 में इस शो को टीवी पर टेलिकास्ट किया गया था। इसके रचयिता ने फॉक्स ब्रॉडकास्टिंग कंपनी के एक शो के जरिए आधे घंटे का एक शॉर्ट कार्टून चलाया था। इस कार्टून को आधे घंटे तक एक्सपैंड करने के बाद 17 दिसंबर, 1989 में इसे क्रिसमस स्पेशल के तौर पर चलाया गया था। इसके बाद साल 1990 से शो को नियमित तौर पर प्रसारित किया जाने लगा।
आपने कई सारी एनिमेटेड सीरीज और साइंस फिक्शन मूवीज देखी होंगी, जिसके रचयिता भविष्य की झलक को दिखाने की पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन, क्या आपने सोचा है कि अगर वास्तविक जीवन में यह काल्पनिक घटनाएं सच हो जाएं तो क्या होगा! जाहिर है कि यह बात हमें सोचने पर मजबूर कर देगी की क्या सच में रचयिता टाइम ट्रेवलर था। क्योंकि इस तरह की सटीक प्रिडिक्शन कर पाना कोई आसान काम नहीं होता है। वहीं, बात करें द सिम्संस सीरीज की तो इसमें कुछ ऐसे सीन्स हैं जो हुबहू हमको वास्तविक जीवन में घटित होते हुए देखने और सुनने को मिलते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही घटनाओं के बारे में जो हमको इस सीरीज के साथ-साथ अब तक असल जीवन में भी देखने मिल चुकी हैं।
ट्रंप का राष्ट्रपति बनना
सिम्पसंस के सीजन-11 के 17वें एपिसोड में दिखाया जाता है कि एक सनकी आदमी अमेरिका का राष्ट्रपति बन जाता है जिसका नाम ट्रंप होता है। इस एपिसोड में ट्रंप के कार्टून कैरेक्टर की शक्ल वास्तव में बिल्कुल अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से मिलती-जुलती लगती है। यह एपिसोड साल 2000 में आया था जिसमें ट्रंप नाम के एक राजनेता को एक्सीलेटर से उतरते हुए दिखता जाता है। हालांकि, हैरानी करने वाली बात तो यह है कि इस एपिसोड के कुछ सालों बाद डॉनल्ड ट्रंप भी एक्सीलेटर से ही उतरते नजर आए थें। लेकिन, इन सबके बावजूद जो बात सबसे ज्यादा हैरान करती है वो थी ट्रंप के कपड़े पहनने का अंदाज और एक्शन। यह सभी चीज ट्रंप की रियल लाइफ पर्सनालिटी से बिल्कुल मैच करती थी। अगर आपको पहले ही पता चल जाए की आपके देश के राष्ट्रपति कौन हैं तो! बेशक यह चीच आपको हैरान कर देगी। इतना ही नहीं, बल्कि द सिम्पसंस सीरीज में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से 15 साल पहले उनके नाम, शक्ल और हुलिये को कार्टून के जरिए बता दिया गया था।
इकोनॉमिक्स नोबल प्राइज के विनर का उल्लेख
इस सीरीज के सीजन-22 के पहले एपिसोड में सिम्पसंस परिवार के बच्चे इकोनॉमिक्स के नोबल प्राइज विनर पर शर्त लगाते हैं। इनमें से एक बच्चे के हाथ में पर्चा होता है जिसमें विनर का नाम लिखा होता है। उस पर्ची में विनर का नाम बेंगट हॉल्स्ट्रॉम लिखा होता है। यह काफी आश्चर्यजनक बात है कि यह एपिसोड 2010 में आया था। जबकि, साल 2016 में इकोनॉमिक्स नोबल प्राइज को जीतने वाले विजेता का नाम बेंगट हॉल्स्ट्रॉम ही था। जो आज भी लोगों का काफी हैरान करता है।
आईफोन का 'फेस टाइम' फीचर
द सिम्पसंस के सीजन 6 के 9वें एपिसोड में लिसा अपने फोन की वीडियो चैट को इस्तेमाल करती हुई नजर आती है। बता दें कि यह सीजन 1995 में आया था। इस ऐपिसोड में लीसा वीडियो चैट की मदद से अपनी एक दोस्त से बातचीत करती है। जिसे आज आईफोन में फेसटाइम के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। बता दें, साल 2010 में आईफोन में फेस टाइम का फीचर लॉन्च किया गया था।
खराब वोटिंग मशीन
सीजन-20 के चौथे एपिसोड में दिखाया जाता है कि सिम्पसन का मेन कैरेक्टर अपने प्रधानमंत्री के कामों से बहुत खुश होता है। वह अगली बार भी अपने नेता को ही वोट देने जाता है। हालांकि, वह अपना वोट ओबामा के पक्ष में तो करता है लेकिन वोटिंग मशीन में तकनीकी समस्या के चलते उसका वोट दूसरे नेता के खाते में चला जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की यह सीजन 2008 में आया था और 2012 के चुनावों में ऐसा ही दृश्य देखने को मिला था। जब एक आदमी बराक ओबामा को वोट डालने जाता है तो मशीन खराब होने की वजह से उसका वोट दूसरे नेता को पाले में चला जाता है।
एआई की वजह से नौकरी जाना
23वें सीजन के 17वें एपिसोड में दिखाया जाता है कि एक होमर नाम का कैरेक्टर अपनी नौकरी से हाथ धो बैठता है। क्योंकि उसकी जगह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को रख लिया जाता है। ऐसा ही स्थिति आज के समय में भी देखने को मिल रही है। क्योंकि एआई के कारण बहुत से लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है।